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दिल के चंद एहसास



गुलशन-ए-मोहब्बत, को खिलाए रखना
जाम खुशियों का, सजाये रखना।।
यूँ तो आपके लिए जहां में, अपनों की कमी नहीं, 
पर इस बेगाने के लिए दिल में, 
थोड़ी सी जगह बचाए रखना।।


----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---

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6 Comments

Supriya Pathak

17-Sep-2022 11:38 PM

Achha likha hai

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Swati chourasia

16-Sep-2022 09:52 PM

बहुत खूब

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